THE FACT ABOUT SHIV CHALISA LYRICS AARTI THAT NO ONE IS SUGGESTING

The Fact About shiv chalisa lyrics aarti That No One Is Suggesting

The Fact About shiv chalisa lyrics aarti That No One Is Suggesting

Blog Article

नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा।

अर्थ: आपके सानिध्य में नंदी व गणेश सागर के बीच खिले कमल के समान दिखाई देते हैं। कार्तिकेय व अन्य गणों की उपस्थिति से आपकी छवि ऐसी बनती है, जिसका वर्णन कोई नहीं कर सकता।

भूत पिसाच निकट नहिं आवै। महाबीर जब नाम सुनावै।।

If your download backlink presented from the put up (सम्पूर्ण शिव चालीसा

अर्थ- आपकी जटाओं से ही गंगा बहती है, आपके गले में मुंडमाल है। बाघ की खाल के वस्त्र भी आपके तन पर जंच रहे हैं। आपकी छवि को देखकर नाग भी आकर्षित होते हैं।

आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥

त्रिपुरासुरेण सह युद्धं प्रारब्धम् ।

द्वादश ज्योतिर्लिंग मंत्र

shrishivchalisa.com participates during the Amazon Associates Associates Method, an affiliate promotion program intended to offer a implies for internet sites to earn commissions by linking to Amazon.

पुत्र हीन कर इच्छा कोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥

पाठ पूरा हो जाने पर कलश का जल सारे घर में छिड़क दें।

कंचन बरन बिराज सुबेसा। कानन कुण्डल कुँचित केसा।।

कर त्रिशूल सोहत छवि भारी । करत सदा शत्रुन क्षयकारी ॥

धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे । शंकर सम्मुख check here पाठ सुनावे ॥

Report this page